जानिए Bone Marrow in Hindi

Bone Marrow in Hindi: बोन मेरो शरीर में एक ऐसा अंग हे जिसकी वजह से हम चल-फिर पाते है और इस अंग की वजह से हमारा शरीर संतुलित रहता है। अगर हमारे शरीर का यह अंग ख़राब हो जाये तो क्या होगा। आप सोच भी नहीं पाएंगे पर लोगो को बोन मेरो कैंसर जैसी जान लेवा बीमारी भी होती है। तो इस आर्टिकल में यह जानेगे की bone marrow in hindi क्या है, बोन मेरो क्या होती है, और बोन मेरो के रोग और उपचार जैसे रोचक प्रसंग आदि।

बोन मेरो क्या होती है?

Bone Marrow in Hindi त्वचा के अंदर स्थित एक मजबूत ऊतक होता है, जो हड्डियों के अंदर उपस्थित होता है। यह ऊतक रक्त कोशिकाओं का निर्माण करता है, जो शरीर के अन्य अंगों में ऑक्सीजन पहुंचाने में मदद करते हैं। बोन मैरो में लाल कोशिकाएं, सफेद कोशिकाएं और थ्रोम्बोसाइट जैसी अन्य प्रकार की कोशिकाएं उत्पन्न होती हैं। यह शरीर के अन्य ऊतकों की तुलना में अलग होती  है क्योंकि यह उतक रक्त कोशिकाओं का उत्पादन करती है। बोन मैरो के बीमार होने पर इसके इलाज में कई कठिनाइयां होती हैं। अधिकतर मामलों में बोन मैरो दान उपलब्ध होता है, जिससे बीमारों का इलाज किया जा सकता है।

बोन मैरो के प्रकार

संयुक्त बोन मैरो – संयुक्त बोन मैरो हड्डियों के अंदर और स्टेम के समीप स्थित होता है। यह बोन मैरो एक जटिल संरचना होती है जो रक्त और संबंधित कोशिकाओं की उत्पत्ति करती है। इसमें लाल कोशिकाएं, सफेद कोशिकाएं और थ्रोम्बोसाइट उत्पन्न होते हैं। लाल कोशिकाएं हीमोग्लोबिन नामक प्रोटीन के साथ जुड़ती हैं जो ऑक्सीजन को शरीर के अंगों तक पहुँचाता है। सफेद कोशिकाएं अन्य रक्त कोशिकाओं जैसे लेकोसाइट्स और फैगोसाइट्स को बनाती हैं जो विभिन्न प्रकार की संक्रमण से लड़ते हैं। थ्रोम्बोसाइट रक्त को जमाने  में मदद करती है और रक्तचाप को नियंत्रित करती है।

अकेले बोन मैरो – अकेले बोन मैरो एक ऐसी बोन मैरो है जो केवल लाल कोशिकाओं का निर्माण करती है। यह बच्चों में अधिक होती है और बड़ों में इसकी मात्रा कम होती है। अकेले बोन मैरो ज्यादातर हड्डियों के मध्य खोखले भाग में पाई जाती है  जैसे फेमर और ह्यूमेरस जैसी लंबी हड्डियों के अंदर। इसमें अधिकतर वसा कोशिकाएँ होती हैं जो शरीर के ऊर्जा संचय के लिए उपयोगी होती हैं। लेकिन जब गंभीर संक्रमण होता है तो यह बोन मैरो संशोधित हो जाती है और यह लाल कोशिकाओं का निर्माण करने लगती हैं।

बोन मैरो के रोग 

एमियलोइडोसिस – यह एक गंभीर बीमारी है जो बोन मैरो में एक विशेष प्रकार की प्रोटीन के जमाव के कारण होती है। इसके परिणामस्वरूप बोन मैरो कार्य करना बंद कर देती है और इससे लाल कोशिकाओं की संख्या में कमी आती है।

एप्लास्टिक एनीमिया – यह रोग बोन मैरो में लाल कोशिकाओं, सफेद कोशिकाओं और थ्रोम्बोसाइटों के उत्पादन में कमी के कारण होता है। इससे रक्ताल्पकता में कमी होती है जिससे व्यक्ति को चक्कर आते हैं, सांस लेने में तकलीफ होती है और शरीर में थकान महसूस होती है।

ल्यूकेमिया – यह एक कैंसर होता है जो बोन मैरो में सफेद कोशिकाओं के असामान्य रूप से उत्पादन के कारण होता है। इससे बढ़ती हुई सफेद कोशिकाएं अनेक समस्याओं का कारण बनती हैं जैसे रक्ताल्पकता, संक्रमण, शरीर में थकान, सांस लेने में तकलीफ आदि।

बोन मैरो के उपचार

ट्रांसप्लांटेशन – इस उपचार में, रोगियों के खुद के बोन मैरो को निकालकर उन्हें एक समान डोनर के बोन मैरो से बदला जाता है। यह एक बड़ा और संगठित उपचार होता है और इसमें उच्च रक्तसंचार, अनुसंधान, और  समय की आवश्यकता होती है।

रेडिएशन थेरेपी – इस उपचार में, कैंसर रोगियों के बोन मैरो के सम्पूर्ण या अंशदान को नष्ट करने के लिए रेडिएशन का उपयोग किया जाता है।

कीमोथेरेपी – इस उपचार में, रोगियों को अलग-अलग दवाइयों का एक संयोग दिया जाता है जो उनके बोन मैरो को नष्ट करने में मदद करता है।

बिफोस्फोनेट थेरेपी – इस उपचार में, दवाओं के संयोग को इन्जेक्शन के माध्यम से रोगियों के शरीर में दिया जाता है जो उनके बोन मैरो को नष्ट होने से रोकता है

निष्कर्ष 

तो आज हमने आपको bone marrow in hindi के बारे में पर्याप्त जानकारी देने की कोशिश करी है जिसके अंतर्गत हमने आपको बताया की बॉन मेरो क्या होती है, इसके कितने प्रकार होते है और इसके कुछ रोग और उपचार आदि।

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